యౌవన్ సురక్ష
यौवनसुरक्षा
योगीहोयाभोगी, सबकोसंयमकीआवश्यकताहोगी।
विभिन्नसामवियकोंऔरसमाचारपत्रोंमेंतथाकथितपाश्चात्यमनोविज्ञानसेप्रभावितमनोचिकित्सकऔर 'सेक्सेलोजिस्ट' युवाछात्र-छात्राओंकोचरित्र-संयमऔरनैतिकतासेभ्रष्टकरनेपरतुलेहैं।
Read more
వ్యాస్ పూర్ణిమ
व्यास पूर्णिमा
साधना के लिए उत्साहित करने वाले और संसार की नश्वरता से बचाने के सचोट प्रसंग। भिन्न-भिन्न भक्तों, योगियों, साधकों की कथा द्वारा भक्ति, योग व साधना की पुष्टि और सब वृत्तियों से परे परमात्मा का साक्षात्कार.....विवेक, वैराग्य, भक्ति, उत्साह और परम सत्य का साक्षात्कार....
Read more
తులసి రహస్య
ISBN (Paper Back):978-93-90306-82-4
ISBN (E-Book):978-93-90306-83-1
తు గులాబ్ హోకర్ మహక్
तू गुलाब होकर महक...
जैसे भवन का स्थायित्व एवं सुदृढ़ता नींव पर निर्भर है वैसे ही देश का भविष्य विद्यार्थियों पर निर्भर है । विद्यार्थी एक नन्हे-से कोमल पौधे की तरह होता है । यदि उसे उत्तम शिक्षा-दीक्षा मिले तो वही नन्हा-सा कोमल पौधा भविष्य में विशाल वृक्ष बनकर पल्लवित और पुष्पित होता हुआ समाजरूपी चमन को महका सकता है । लेकिन यह तभी सम्भव है जब उसे कोई योग्य मार्गदर्शक मिल जाय, कोई समर्थ गुरु मिल जायें और वह दृढ़ता तथा तत्परता से उनके उपदिष्ट मार्ग का अनुसरण कर ले ।
Read more
శ్రీ కృష్ణ అవతార్ దర్శనం
श्रीकृष्ण अवतार दर्शन
श्रीकृष्ण के जीवन को तत्त्वतः समझना अत्यन्त कठिन है। भगवान श्रीकृष्ण स्वयं गीता में कहते हैं-
कश्चिन्मां वेत्ति तत्त्वतः।
'कोई विरला ही मुझे तत्त्व से जानता है।'
Read more
శ్రీమద్ భగవద్గీత
श्रीमद् भगवद गीता (Shrimad Bhagavad Gita)
गीता मेरा हृदय है। गीता मेरा उत्तम सार है। गीता मेरा अविनाशी ज्ञान है। गीता मेरा श्रेष्ठ निवासस्थान है। गीता मेरा परम पद है। गीता मेरा परम रहस्य है। गीता मेरा परम गुरु है।
Read more
శ్రీ నారాయణ స్థూతి
श्रीनारायणस्तुति
'श्रीमद्भागवत' केनवमस्कन्धमेंभगवानस्वयंकहतेहैं-
साध्वोहृदयंमह्यंसाधूनांहृदयंत्वहम्।
मदन्यत्तेनजानन्तिनाहंतेभ्योमनागपि।।
अर्थात्मेरेप्रेमीभक्ततोमेराहृदयहैंऔरउनप्रेमीभक्तोंकाहृदयस्वयंमैंहूँ।वेमेरेअतिरिक्तऔरकुछनहींजानतेतथामैंउनकेअतिरिक्तऔरकुछभीनहींजानता।
Read more